Friday, December 2, 2011

श्री शनिदेवजी की आरती


श्री शनिदेवजी की आरती
जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकरी,
सूरज के पुत्र प्रभु छाया महतारी ||
श्याम अंक वक्र दृष्ट चतुर्भुजा धारी,
नीलाम्बर धार नाथ गज की असवारी ||
क्रीट मुकुट शीश सहज दिपत है लिलारी,
मुक्त्तन की माल गले शोभित बलिहारी ||
मोदक मिष्ठान पान चढ़त हैं सुपारी,
लोहा तिल तेल उडद महिषि अति प्यारी,
देव दनुज ऋषि मुनि सुरत नर नारी,
विश्व्नाथ धरत ध्यान शरण हैं तुम्हारी || 
-------------------------------------------------- ॐ जय  श्री राधा कृष्णाय नमः। ---------------------------------------------
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